गुरु घासीदास जी द्वारा प्रदत्त मानवीय मूल्यों की वर्तमान स्थिति
गुरु घासीदास जी द्वारा प्रदत्त मानवीय मूल्यों की वर्तमान स्थिति:- एक विवेचना By -मनोज कुमार जाटवर imageresourse:pinterest यूरोप में पुनर्जागरण का अंतिम अवस्था और औद्योगिक क्रांति के शुरुआत का समय भारत में गुरु घासीदास के जन्म का समय था मृत्यु का निश्चित प्रमाण नहीं है लेकिन 1830-35 के आस पास का समय की मान्यता है क्योंकि इस तिथि के बाद से उनके पद चिन्हों का अस्तित्व देखने को नही मिलता यह समय फ्रांस में तृतीय क्रांति का समय था अर्थात उनके मृत्यु का समय। यूं तो भारत प्राचीन समय से दर्शन का गढ़ रहा है और दर्शन का संबंध भारत से बहुत पुराना रिश्ता रहा है और समय समय पर परिस्थितियों के अनुरूप महान दार्शनिकों का अस्तित्व आया। छत्तीसगढ़ में मानवीय मूल्यों की रक्षा का संदेश देने वाले छत्तीसगढ़ के महान समाज सुधारक और विचारक गुरु घासीदास जी ने एक सुदृढ़ समाज की संरचना और मानवीय मूल्यों के महत्व को बताया था अपने जीवन में ऐसे तथ्यों अथवा पदार्थों को अमल मत करो जिससे अमानवीयता को बढ़ावा मिले व असमाजिक परंपराओं का त्याग करने का संदेश दिया जिससे सामाजिक विकास सुनिश्चित हो सके। लेकिन वर्तमान...