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जिला पंचायत के कार्य क्या होते हैं जानते हैं आप? कौन कौन होते हैं जिला पंचायत मे? जिला पंचायत सदस्य कि शक्तियां? वह सबकुछ जो आपको जनना चाहिये.

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  चुनाव के जानकार बनीये : जिला पंचायत के कार्य क्या होते हैं जानते हैं आप? कौन कौन होते हैं जिला पंचायत मे? जिला पंचायत सदस्य कि शक्तियां? वह सबकुछ जो आपको जनना चाहिये. imagesource:chatgpt  ~ कभी न कभी मन मे यह सवाल जरुर आया होगा कि यार!  आखिर ये जिला पंचायत सदस्यों का क्या काम होता होगा ये लोग करते क्या हैं?  गाँव मे इनका क्या योगदान होता होगा या नही होता है? तो आखिर कहाँ और क्या काम करते हैं जिला पंचायत सदस्य?    ऐसे ही तमाम जानकरी आप सब के पास होगी l निचे पढ़े : जिला पंचायत कार्यालय कि संरचना : जिला पंचायत की संरचना (Structure of Zila Panchayat) भारत के पंचायती राज प्रणाली के अनुसार व्यवस्थित होती है। यह ग्रामीण स्तर पर जिला प्रशासन का प्रमुख हिस्सा है। इसकी संरचना निम्नलिखित प्रकार से होती है: 1. जिला पंचायत के सदस्य निर्वाचित सदस्य: जिला पंचायत के सदस्य जनता द्वारा प्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। प्रत्येक वार्ड से एक सदस्य का चुनाव होता है। अनुसूचित जाति, जनजाति, और पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व: आरक्षण के तहत अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST)...

शिक्षित हो? कैसे चुनें एक अच्छा नेता? नेता चुनना है या समाजिक सेवक? हमारा हर एक वोट सुनहरे भविष्य के लिये.

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 शिक्षित हो? कैसे चुनें एक अच्छा नेता?  नेता चुनना है या समाजिक सेवक? हमारा हर एक वोट सुनहरे भविष्य के लिये.  ध्यान रहे : कोई भी चुनाव हो अच्छा नेता वही है जो समाजिक सुदृढ़ता को ना भुले और लगातार उसके लिये कार्य हेतु तत्पर हो l हमारा हर एक वोट हमारे समाज सुदृढ़ता हेतु होना चाहिये हमारे सुनहरे भविष्य के लिये होना चाहिए l इसलिए हर एक वोट हमारा भविष्य तय करती है. imagesource:chatgpt  पंचायत चुनाव में सच्चे नेता को पहचानने के लिए कुछ महत्वपूर्ण गुण और संकेत होते हैं, जिनकी पहचान करके आप एक सही नेता को चुन सकते हैं। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप एक सच्चे नेता को पहचान सकते हैं: 01.लोकप्रियता और क्षेत्रीय विकास : •सच्चा नेता वही होता है जो समाज और क्षेत्र के वास्तविक विकास के लिए काम करता हो। •उसकी प्राथमिकता जनता की भलाई हो, न कि अपनी निजी हितों की। देखा जाए तो ऐसे नेता ने पहले भी अपने क्षेत्र में कुछ अच्छा काम किया हो। 02.ईमानदारी और पारदर्शिता : •सच्चा नेता हमेशा ईमानदार होता है और अपने कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखता है। •वो भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी से दूर रह...

राज्य लोक सेवा आयोग (PSC) : परीक्षा में सफलता पाने के लिए छात्रों को ध्यान रखने योग्य बातें

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  राज्य लोक सेवा आयोग (PSC) : परीक्षा में सफलता पाने के लिए छात्रों को ध्यान रखने योग्य बातें  imagessourses:chatgpt  • राज्य लोक सेवा आयोग अर्थात् state public service commission. यह परीक्षा upsc के बाद सबसे अधिक रुचिकर परीक्षा है या कहें upsc से पहले सबसे अधिक रुचिकर परीक्षा है. विकास दिव्यकिर्ती सर! (दृष्टि फ़ाउन्डर) के अनुसार छत्तीसगढ़ और झारखंड कि राज्य लोक सेवा आयोग (PSC) , संघ लोक सेवा आयोग (upsc) से भी अधिक पढ़ाई करना पड़ता है. तो ऐसे मे सवाल बनता है कि क्या रणनिती होनी चाहिए राज्य लोक सेवा आयोग(Psc) कि परीक्षा मे सफ़लता हासिल करने के लिये.  : राज्य लोक सेवा आयोग (PSC) की परीक्षा में सफलता पाने के लिए छात्रों को कई महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए। इनमें से कुछ प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं: 01.समय प्रबंधन: परीक्षा की तैयारी के दौरान समय का सही प्रबंधन बेहद जरूरी है। अपनी दिनचर्या को इस तरह से व्यवस्थित करें कि सभी विषयों को समय मिल सके और आप हर दिन तैयारी के लिए समय निकाल सकें। 02.सिलेबस का गहन अध्ययन : PSC की परीक्षा के सिलेबस को अच्छी तरह से समझना और ...

गांधी चौक बिलासपुर CGPSC भावी कलेक्टरो कि यात्रा,दर्द और सफ़लता : एक विवेचना

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  गांधी चौक बिलासपुर CGPSC भावी कलेक्टरो का  सफ़र,दर्द और सफ़लता : एक विवेचना नोट : आप सभी ने पिछले लेख - https://manojanalyse1.blogspot.com/2025/01/blog-post_28.html    को बहुत प्यार दिया पसन्द किया उससे प्रेरित होकर मैने निर्णय लिया कि मुझे इस सम्बन्धीत और भी लेख लिखना चाहिए जिससे छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी मिले और मन मे आ रहे सारे सवालो के जवाब मिले. लिजिये ! आपके सामने एक और शानदार CGPSC स्टोरी है. अब आपका और मेरा रिश्ता ऐसा बन गया है जैसे छत्तीसगढ़ के इतिहास मे बाबू रेवाराम.  परिचय:  हम छत्तीसगढ़, बिलासपुर के गांधी चौक मे हैं, यहां सुबह और शाम खाली पढ़ाई का बात होता है यहां रिलेशनशीप कि बहस नही ग्रुप डिसकसन : एक बहस, कि ज़ोर ज्यादा दिखाई देती है यह रूम मेट से शुरु होकर चाय कि टपरी से होते हुए क्लास रूम तक जाती और क्लास रूम खत्म होने के बाद ग्रुप डिसकशन हेतु नया तथ्य मिल जाता है यह सतत प्रक्रिया है. यहां कपड़े और सुविधाओ कि नही ग्यान कि तुलना होती है शाम होते ही ये पिज़्ज़ा बर्गर नही 5 रुपया के चाय के शौकिन होते हैं ये बिलासपुर है भैया! यहां सेलेक्टर र...

छत्तीसगढ़ का मुखर्जी नगर (दिल्ली) के नाम से मशहूर " गांधी चौक " बिलासपुर : छत्तीसगढ़ को सिविल सेवक देने वाली औद्योगिक स्थल

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 छत्तीसगढ़ का मुखर्जी नगर (दिल्ली) के नाम से मशहूर " गांधी चौक " बिलासपुर : छत्तीसगढ़ को सिविल सेवक देने वाली औद्योगिक स्थल  परिचय : छत्तीसगढ़ मे इस जगह को CGPSC के छात्रों का निवास स्थान कहें, रहीशी इलाका कहें, गढ़ कहें या फ़िर हब तो ज़रा भी अतिश्योक्ति नही होगी.  छत्तीसगढ़ के लोग समझ चुके होंगे हम किस जगह कि बात कर रहे हैं, जी हां! आपने बिल्कुल सही समझा हम बात कर रहे हैं CGPSC मे वर्चश्व या दबदबा रखने वाले जगह छत्तीसगढ़ का मुखर्जी नगर और राजेन्द्र नगर के नाम से मशहूर इलाका गांधी चौक, बिलासपुर की. दिन-ब-दिन गांधी चौक बिलासपुर मे छात्रों कि भागीदारी बढोत्तरी मे है और यकिनन वर्तमान आंकडे बताते हैं कि इस इलाके मे आने वाले समय मे सबसे बड़ा अंतर छात्रों की जनसांख्यिकी कि होगी। इस इलाके मे आसानी से आपको सड़कें किताबों की दुकानों, पुस्तकालयों, किराये के मकानों और भोजनालयों अर्थात् यह जगह कोचिंग उद्योग के साथ सहायक व्यवसायों से भरी पड़ी दिख जायेगी. यह जान कर हैरानी होगी कि इस गांधी चौक क्षेत्र मे लगभग 30 - 35 कोचिंग संस्थान हैं और लगभग उतने ही लाइब्रेरी हैं अगर पूरे बिलासपुर शह...

Internet कैसे काम करता है सारी सूचनाएं कैसे मिल पाती है ? जानते हैं आप?

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     Internet कैसे काम करता है सारी सूचनाएं कैसे मिल पाती है ? जानते हैं आप?  image from: wikipedia  नमस्कार दोस्तों! जब हम internet use करते हैं तो कभी न कभी मन मे कुछ सवाल जरुर आये होंगे जैसे - हमारे पास सारी सूचनाएं कहाँ से आती है और कहाँ चली जाती है ? जो हम delete करते हैं वे सब कहां रहती हैं जिसे हम पुनः एक समय मे backup कर लेते हैं ऐसे ही और तमाम जानकारियो से रुबरू होंगे और अपनी ग्यान को बढ़ाते हैं.  image from wikipedia  Internet का अर्थ   इंटरनेट शब्द का इस्तेमाल 1849 की शुरुआत में किया गया था, जिसका अर्थ है परस्पर जुड़ा हुआ या एक दूसरे से जुड़ा हुआ । इंटरनेट शब्द सबसे अधिक इंटरकनेक्टेड कंप्यूटर नेटवर्क की वैश्विक प्रणाली को संदर्भित करता है इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब शब्द अक्सर एक दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल किए जाते हैं; वेब पेज देखने के लिए वेब ब्राउज़र का उपयोग करते समय "इंटरनेट पर जाना" बोलना आम बात है । हालाँकि, वर्ल्ड वाइड वेब , या वेब , बड़ी संख्या में इंटरनेट सेवाओं में से केवल एक है, [ 19 ] हाइपरलिंक और यूआरएल द्वारा लिंक किए गए...

रणजी ट्रॉफ़ी के बारे मे वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं:

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 रणजी ट्रॉफ़ी के  बारे मे वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं: इतिहास,वर्तमान संरचना से लेकर लगातार जितने वाली टीम  imageresourses: wikipedia  इतिहास   : रणजी ट्रॉफ़ी (भारत के पहले टेस्ट क्रिकेटर रणजीत सिंह के नाम पर रखा गया है उन्होंने 1896 से 1902 तक इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेला था) शुरूआत मे इसका नाम "भारतीय क्रिकेट चैम्पियनशिप" रखा गया था, इसकी शुरुआत साल 1934 में हुई थी,ट्रॉफी को पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह ने कुमार श्री रणजीत सिंह जी, नवानगर के जाम साहिब की याद में दान किया था. 1935 में इसका नाम बदलकर रणजीत सिंहजी के नाम पर रखा गया , जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले पहले भारतीय थे ,उन्होंने 1896 से 1902 तक इंग्लैंड के लिए खेला).  भारत की घरेलू (अपने ही देश मे अर्थात् क्षेत्रीय और राज्य क्रिकेट संघों का प्रतिनिधित्व करने वाली टीमें इसमें भाग लेती हैं) क्रिकेट प्रतियोगिता है. यह भारत का सबसे पुराना क्रिकेट टूर्नामेंट है.  इसका आयोजन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) करता है अतः रणजी ट्रॉफ़ी का पहला सीरीज़ 4 नवंबर 1934 से 12 मार्च, 1935 तक च...